नेशन अलर्ट/www.nationalert.in
भोपाल। प्रदेश के मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस के सितारे इन दिनों शायद ठीक नहीं चल रहे हैं। पहले उन्हें नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) से फटकार लगी थी और अब उनके खिलाफ कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया है। बैस के खिलाफ शिकायत लेकर कांग्रेस आज लोकायुक्त के द्वार पहुंच गई।
मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रमुख नेताओं में शामिल पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, नेता प्रतिपक्ष डॉ.गोविंद सिंह, राज्यसभा सदस्य विवेक तनखा, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरूण यादव के मध्य एक बैठक आज आयोजित हुई। बैठक में कैग और सीवीसी की उन रपट पर विचार विमर्श किया गया जिसमें प्रदेश के विभिन्न योजनाओं में भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ है।
बैठक में लिए गए निर्णय के मुताबिक कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल ने लोकायुक्त में जाकर शिकायत की। इसमें मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस के अलावा आजीविका मिशन के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ललित मोहन बेलवाल का भी नाम शामिल है।
क्या हुआ था एनजीटी में ?
एनजीटी में केरवा-कलियासोत अतिक्रमण मामले में प्रदेश के मुख्य सचिव बैस को फटकार लगा दी गई थी। और तो और उन पर पांच लाख रूपए का जुर्माना भी लगाया गया था। एनजीटी के जस्टिस सुधीर अग्रवाल इस आदेश के तुरंत बाद सेंट्रल जोन बैंच से हटा दिए गए हैं।
उनके स्थान पर न्यायमूर्ति शेओ कुमार सिंह वापस सेंट्रल जोन में पदस्थ किए गए हैं। एक हफ्ते बाद ही इस तरह का आदेश होने पर कांग्रेस सांसद विवेक तनखा ने एक टि्वट भी किया है। तनखा लिखते हैं कि जिन जज ने सीएस को जनहित में आयना दिखाया चंद दिन बाद उनके तबादला की खबर। ऐसी कार्यवाही से न्यायालय और जज भयभीत नहीं होते।