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रायपुर। अपने उपनिदेशक (डिप्टी डायरेक्टर) पर हमले के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सख्त रूख अख्तियार कर लिया है। ईडी की ओर से पुलिस को मेल कर मामले में आपत्ति की गई है।
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय का यहां छत्तीसगढ़ में सत्ताधारी दल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा भारी विरोध किया जाने लगा है। विरोध इस हद तक बढ़ गया है कि ईडी पर अब सीधे तौर पर हमला भी होने लगा है।
जूते मारो की नारेबाजी
दरअसल, बुधवार को ईडी की टीम मुख्यमंत्री के नजदीकी लोगों पर कार्यवाही करने निकली थी। ईडी की विभिन्न टीमों ने मुख्यमंत्री के सलाहकार सहित दो विशेष कर्तव्यस्ताधिकारी (ओएसडी) को जांच के दायरे में लिया था।
जब ईडी के डिप्टी डायरेक्टर संदीप आहुजा भिलाई 3 स्थित आशीष वर्मा के यहां सर्च ऑपरेशन पूरा कर बाहर निकले तो भीड़ ने ईडी को जूते मारो जैसे नारेबाजी की। और तो और संदीप आहुजा के साथ धक्कामुक्की भी की गई।
पुलिस के दो आरक्षकों सहित सीआरपीएफ के जवानों ने डिप्टी डायरेक्टर संदीप आहुजा को किसी तरह भीड़ से निकालकर कार में बैठाया। उग्र भीड़ इतनी बेचैन थी कि वह कार को पीटने लगी और उस पर पथराव कर दिया।
भीड़ की नारेबाजी के बीच पथराव के चलते ईडी के डिप्टी डायरेक्टर संदीप आहुजा की कार (सीजी04 पीडी 9977) का पीछे का कांच क्षतिग्रस्त हो गया। इससे ईडी ने भी अपना रूख अब गंभीर कर लिया है।
ईडी की ओर से गुरूवार को एक मेल दुर्ग एसपी को किया गया था। शुक्रवार को इसी मेल की हार्डकॉपी दुर्ग एसपी को भेजे जाने की खबर है। मामला अब क्या मोड़ लेता है यह दुर्ग पुलिस की आगे की कार्यवाही से पता चलेगा।