रायपुर।
एयर चीफ मार्शल वीरेंद्र सिंह धन्वा 17 अप्रैल को बस्तर जाएंगे। यह पहला मौका है, जब एयर चीफ मार्शल बस्तर का दौरा करेंगे। एयर चीफ मार्शल के इस दौरे को ध्यान में रखते हुए रिहर्सल भी कर ली गई है।
कड़े सुरक्षा इंतजामों के बीच उनका ये दौरा गोपनीय रखा गया है। इस दौरान वे बस्तर में नक्सल प्रभावित इलाकों के लिए सेवाएं दे रहे एयरफोर्स के अफसरों से मुलाकात करेंगे और नक्सल मोर्चे से जुड़े अधिकारियों से बातचीत भी करेंगे।
उल्लेखनीय है, कि बस्तर में वायुसेना की एएनटीएफ तैनात है। छह एमआईजी-17 व ध्रुव हेलिकॉप्टरों के माध्यम से यह अप्रत्यक्ष रूप से नक्सल विरोधी अभियान में शामिल है। एयर चीफ मार्शन के प्रवास की पुष्टि बस्तर एसपी आरिफ शेख ने भी की है।
नाईट लैंडिंग हेलीपेड बन रहा
यह दौरा बस्तर में वायु सेना क्रांति के लिहाज से महत्वपूर्ण होगा। छत्तीसगढ़ का बस्तर एक तरह से नक्सलियों का मुख्यालय बन चुका है। ऐसे में उनके पैर यहां से उखाडऩे के लिए फोर्स अब अंदरूनी इलाकों में नाइट लैंडिंग हेलीपैड बना रही है। अंदरूनी इलाकों में करीब आधा दर्जन हेलीपैड को अपग्रेड कर वहां रात में हेलीकॉप्टर उतारने की तैयारी की जा रही है। हाल ही में वायुसेना के अफसरों ने बस्तर के कई हेलीपैड का निरीक्षण कर वहां नाइट लैंडिंग की अनुमति दी है।
बताया जाता है कि नए हेलीपैड ऐसे इलाकों में हैं, जहां नक्सली हमला कर सकते हैं इसलिए यह काम बेहद गोपनीय ढंग से किया जा रहा है। लोक निर्माण विभाग और पुलिस हाउसिंग बोर्ड इस काम में लगे हुए हैं और जल्द ही काम शुरू होने की संभावना है। नक्सल प्रभावित बस्तर में जगदलपुर, सुकमा, बीजापुर और कांकेर के जंगल वारफेयर स्कूल में नाइट लैंडिंग की सुविधा है।