रायपुर।
जिन्होंने अब तक अपने आयकर के ब्यौरे में हेर-फेर की या फिर कालाधन छिपाए रखा है उनके लिए फिर मुश्किलें बढ़ेंगी. आयकर विभाग ने साफ कर दिया है कि बेनामी संपत्ति बटोरने वालों के खिलाफ अब बेनामी एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी.
आयकर विभाग से मिले ब्यौरे पर ध्यान दें तो बेनामी एक्ट से वे लोग प्रभावित होंगे जिन्होंने कालाधन छिपाने के लिए ऐसे लोगों के नाम से संपत्ति ले रखी है जिनकी आय का कोई साधन है ही नहीं. इस तरह से पैसे ठिकाने लगाने वालों के संबंध में यह भी जानकारी निकल कर आई है कि ऐसे 5 सौ लोगों को विभाग ने नोटिस दी है.
राज्य के मुख्य आयकर आयुक्त केसी घुमरिया कहते हैं कि हमने रिकॉर्ड तैयार किया है. कार्रवाई शुरु भी हो चुकी है ऐसा कह सकते हैं. पहले जांच और फिर आगे की कार्रवाई होगी. बेनामी संपत्ति जुटाने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को हम तैयार हैं.
रिकार्ड तैयार, रडार पर नाम
सैकड़ों लोगों को नोटिस भेजने के बाद यह भी साफ हो गया है कि नोटबंदी के बाद से लेकर अब तक आयकर विभाग ने एक तगड़ा रिकॉर्ड तैयार कर लिया है जिनमें बेहिसाब संपत्ति कमाने वालों के नाम शामिल है. ये सभी नाम अब आयकर के रडार पर हैं.
नौकरशाह पर भी नजर
राज्य में नौकरशाहों की कालीकमाई एक चर्चित मुद्दा रही है. हाल ही में आईएएस बाबूलाल अग्रवाल के खिलाफ हुई कार्रवाई में भी बहुत कुछ निकलकर सामने आया. उनके खिलाफ करोड़ों की बेहिसाब संपत्ति अर्जित करने का मामला है. ऐसे ही कई सरकारी अफसर भी आयकर विभाग की नजर में हैं. हैरत की बात यह है कि अफसरों की संख्या हजारों में है. इनका आंकड़ा दो हजार बताया जा रहा है.
शराब व्यवसायियों पर नजर
इतना ही नहीं बड़े व्यापारी, बिल्डर के साथ ही शराब व्यवसायियों को भी टारगेट किए जाने की खबरें हैं. आयकर विभाग के अधिकारी कहते हैं कि शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि कई जगह सैंकड़ों दुकान के वास्तविक मालिक कुछ ही लोग हैं लेकिन इसे सैकड़ों लोगों के नाम से दर्शाया गया है.