नेशन अलर्ट/रायपुर.
छत्तीसगढ़ में सोना तस्करी एक बड़ा विषय बन गई है। राजनांदगांव में सोना तस्करी को लेकर जिस बैद ज्वेलर्स अथवा मोहनी ज्वेलर्स पर छापामारी की गई थी वह 190 करोड़ के लेनदेन को लेकर जांच का सामना कर रही है ऐसा पता चला है।
दरअसल, सारा मामला प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एक छापामार कार्यवाही से आगे बढ़ा था। इस छापे के ठीक पहले गत वर्ष इसी मोहनी ज्वेलर्स से केंद्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क (सीबीआईसी) की टीम ने तकरीबन 32 लाख रूपए नगद सहित 5 टन चांदी के अलावा साढ़े 4 किलो सोना बरामद किया था। सोना तस्करी से लाया गया पता चला था।
हवाला नेटवर्क संदेह में
मोहनी ज्वेलर्स के तार सोना तस्करी में शामिल कोलकाता के व्यवसायियों से जुड़े हुए हैं। कोलकाता में तस्करी करके सोना म्यांमार और बांग्लादेश बॉर्डर से पहुंचता है। इसे कोलकाता के व्यवसायी अपने निजी कोरियर के माध्यम से रायपुर पहुंचाते हैं। रायपुर पहुंचने के बाद सोना पूरे प्रदेश में अपने अपने तौर तरीकों और माध्यमों से पहुंचाया जाता है।
बताया जाता है कि सोना तस्करी में हवाला के नेटवर्क का भी इस्तेमाल होता है। इसी मामले में 190 करोड़ के कथित ट्रांजेक्सन को लेकर इन दिनों छापा डालने वाली विभिन्न एजेंसियां अपने स्तर पर जांच कर रही है ऐसा पता चला है। पता तो यह भी चला है कि एजेंसियां कथित तौर पर फोन कॉल्स की रिकॉर्डिंग्स की भी जांच कर रही है।
इसी फोन कॉल्स की रिकॉर्डिंग्स में मोहनी ज्वेलर्स के सगे संबंधियों के अलावा उनके व्यापारिक संगी साथियों सहित मित्र भी जांच के दायरे में लिए गए हैं। यदि कहीं कुछ गलत पाया गया तो उन पर आने वाले दिनों में कार्यवाही तय है लेकिन यह कब तक हो पाएगा यह अभी पता नहीं चल पा रहा है। बताया जाता है कि एक एक रिकॉर्डेड कॉल्स को सुनकर नाम पते निकाले जा रहे हैं। मतलब साफ है कि आने वाले दिन राजनांदगांव के लिए और भी चौंकाने वाले होंगे।