नेशन अलर्ट/रायपुर.
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) में उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। पार्टी से निष्कासित किए गए विधायक ठाकुर धर्मजीत सिंह ने प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी को लेकर बहुत सारी उपमा अलंकार जैसी भाषा का उपयोग करते हुए उन्हें अनुभवहीन, अपरिपक्व बता दिया है।
ठाकुर धर्मजीत सिंह इन दिनों लोरमी से विधायक हैं। वह कांग्रेस से पंडरिया विधायक रह चुके हैं। जब अजीत जोगी ने कांग्रेस से नाता तोड़कर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ का गठन किया तो ठाकुर धर्मजीत सिंह पूरी तन्मयता के साथ उनके साथ कांग्रेस छोड़कर नई पार्टी में आ गए थे। तब से वह नई पार्टी के एक आधार स्तंभ और मार्गदर्शक माने जाते थे।
क्या क्या कहा
अचानक ही ठाकुर धर्मजीत सिंह को जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे से छ: वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया गया। तब से मामला सुर्खियों में है। एक यूट्यूबर चैनल से बातचीत के दौरान ठाकुर धर्मजीत सिंह ने अमित जोगी को गुस्सैल और अस्थिर बुद्धि का बालक बताया है। इसके अलावा उन्होंने अपरिपक्व लोगों के साथ रहना और निभना को असंभव बता दिया है।
उल्लेखनीय है कि अमित जोगी की आयु के तकरीबन समकक्ष ठाकुर धर्मजीत सिंह का राजनीतिक जीवन छत्तीसगढ़ की जनता ने देखा है और समझा है। अमित जोगी के दुर्व्यवहार की ओर इशारा करते हुए सिंह ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री की माताश्री के निधन पर रात में अमित जोगी ने एक बयान जारी किया था। इस बयान की उन्होंने न केवल स्वयं निंदा की थी बल्कि अमित की मूर्खता और उज्जडता की परमसीमा बताते हुए अजीत जोगी से फोन पर बातचीत भी की थी।
अमित की हरकतों पर जोगी ने मांगी थी माफी
ठाकुर धर्मजीत सिंह के अनुसार अमित जोगी की हरकतों पर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी तक को माफी मांगनी पड़ी थी। अजीत जोगी ने बाद में मुख्यमंत्री निवास चलने का आग्रह किया था तो ठाकुर धर्मजीत सिंह के शब्दों में उन्होंने यह कहकर ठुकरा दिया था कि मैं अमित जोगी के साथ नहीं जाऊंगा।
अमित को लेकर धर्मजीत सिंह ने यह कहा कि उसने उनकी पत्नी के साथ दुर्व्यवहार किया था। उसी वक्त रिश्ता तोड़ने की बात कहते हुए धर्मजीत सिंह आगे कहते हैं कि उनके पास अधिकार था तो उन्होंने निकाल दिया। अपने सम्मान से ज्यादा किसी चीज को महत्व नहीं देने की बात कहते हुए वे कहते हैं कि जब किसी दल में जाऊंगा सबको बता कर ठोक बजाकर जाऊंगा।
बहरहाल, इसी मसले पर आज जनता कांग्रेस की अध्यक्ष विधायक श्रीमति रेणु जोगी ने भी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। तिलक देवांगन, महेश देवांगन व अमित जोगी की उपस्थिति में श्रीमति रेणु जोगी ने छोटा भाई बताते हुए धर्मजीत सिंह के निष्कासन पर दुख जताया। अपनी कलम से धर्मजीत को निष्कासित करने पर दुख व्यक्त करते हुए रेणु जोगी ने कहा कि उनके जीवित रहते तक उनकी पार्टी का भाजपा में विलय नहीं होगा।
रेणु जोगी ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि ऑपरेशन लोटस के जरिए अजीत जोगी के सपनों को खत्म करने की साजिश रचने का काम भाजपा कर रही है। दरअसल, भाजपा तमात तरह के क्षेत्रीय दलों को खत्म करना चाहती है। भाजपा एक दलीय व्यवस्था चाहती है। इसीलिए उसने जनता दल यू और शिवसेना के साथ जो किया वो हमारे साथ करने की तैयारी में थी।