नेशन अलर्ट/रायपुर.
प्रदेश के आला अधिकारी आने वाले दिनों में बड़ी परेशानी में फंस सकते हैं। इन दिनों रेड की कार्यवाहियों को लेकर देशभर में चर्चित ईडी-आईटी-सीबीआई की तिगड़ी कभी भी किसी भी समय प्रदेश के चार आईएएस और तीन आईपीएस के घर अचानक आ धमक सकती है। यदि ऐसा होता है तो छत्तीसगढ़ की राजनीतिक व प्रशासनिक फिजा में जमीन आसमान का अंतर पैदा हो जाएगा।
अति विश्वसनीय सूत्र बताते हैं कि प्रदेश के उन जिम्मेदार आईएएस अफसर पर इन दिनों दिल्ली से नजर रखी जा रही है जो कि प्रदेश सरकार की आंखों के तारे बने हुए हैं। इस तरह के आईएएस अफसरों की संख्या सूत्र प्रदेश में भले ही चार बताते हैं लेकिन यह भी कहते हैं कि आने वाले दिनों में कुछ और आईएएस अफसर्स के नाम इसमें जुड़ सकते हैं।
चार आईएएस कौन हैं, कहां पदस्थ हैं, किस बैच के हैं पूछे जाने पर वह भले ही कोई स्पष्ट जवाब नहीं दें लेकिन कहते हैं कि जिलों से लेकर मंत्रालय तक रेड के दायरे में आ सकते हैं। बताया यह तक जाता है कि दो आईएएस अफसर फिलहाल जिलों की बागडोर संभाल रहे हैं। दो अन्य आईएएस मंत्रालय स्तर पर तैनात हैं जिनके बारे में गाहे बेगाहे बहुत सी चर्चा सुनाई देती रही है।
इसी तरह आईपीएस अफसर भी चुनौतियों का सामना करने वाले सफर पर निकल सकते हैं। इनमें एक आईपीएस को फिलहाल जिले में तैनात बताया जाता है जबकि दो आईपीएस वरिष्ठ हो चुके हैं। इनमें से एक के पास रेंज का प्रभार है जबकि दूसरा आईपीएस विभागीय कार्यों से दिगर जिम्मेदारी संभाल रहा है। इसके अलावा राज्य प्रशासनिक सेवा के तकरीबन दर्जन भर अधिकारी ऐसे हैं जो कि इन आईपीएस-आईएएस के नजदीकी होने के चलते निकट भविष्य में कोर्ट-कचहरी के चक्कर लगाते नजर आ सकते हैं।