नेशन अलर्ट/रायपुर.
छत्तीसगढ़ का भूगोल सितंबर माह से बदल जाएगा। अभी तक जिस नक्सल प्रभावित छत्तीसगढ़ में जिलों की संख्या 27 हुआ करती थी अब यही बढ़कर 31 हो जाएगी। 28वें से 31वें जिले के उद्घाटन की अधिसूचना जारी हो गई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के अलावा दिगर मंत्रियों, स्थानीय विधायकों व पंचायतीराज व्यवस्था के जनप्रतिनिधियों के आतिथ्य में नए जिले सितंबर माह से काम करने लगेंगे।
नए जिलों के शुभारंभ का कार्यक्रम राजनांदगांव जिले से टूटकर बनने वाले मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले के शुभारंभ से प्रारंभ होगा। इसका समापन 31वें जिले के रूप में गठित होने वाले खैरागढ़ -छुईखदान -गंडई के शुभारंभ पर समाप्त होगा। पिछले तकरीबन 15 दिनों से प्रशासन नवगठित जिलों के उद्घाटन की तैयारियों में लगा हुआ है।
विरोध के सुरों के बीच प्रशासनिक परेशानी
दरअसल, नए जिलों का शुभारंभ प्रशासन के लिए परेशानी खड़ी करने वाला भी है। एक तरफ प्रशासनिक तैयारियां जोर शोर से जारी है तो दूसरी तरफ अपनी कथित उपेक्षा को लेकर नए जिलों के स्थानीय निवासी अलग अलग कारणों से धरना प्रदर्शन की बात कर रहे हैं। इन्हें समझाने और मनाने में जिला प्रशासन को दिनरात एक करना पड़ रहा है।
उदाहरण के बतौर मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले का शुभारंभ 2 सितंबर को होना है। इसी दिन मानपुर के लोग अपने यहां विभिन्न जिला स्तरीय कार्यालयों की स्थापना की मांग को लेकर प्रदर्शन करने की बात कर रहे हैं। यही हाल अंबागढ़ चौकी का है जहां नगरबंद का आव्हान किया गया है।
मानपुर में वहां के स्थानीय लोग जिला अस्पताल सहित आरटीओ दफ्तर और पुलिस लाइन खोलने की मांग पर अड़ गए हैं। जिला निर्माण संयुक्त मोर्चा की ओर से मानपुर बंद और चक्काजाम का ऐलान कर दिया गया है।
ओएसडी एस जयवर्धने लोगों को समझा रहे हैं कि दिगर विभागों का विस्तार जब होगा तब देखा जाएगा फिलहाल मोहला में कलेक्टर और एसपी दफ्तर ही खुलने हैं। वह कहते फिर रहे हैं कि किसी भी क्षेत्र की उपेक्षा नहीं होगी।
उन्होंने जिला निर्माण संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारियों की एक बैठक भी ली थी।
हालांकि यह बैठक पूरी तरह से असफल हो गई है क्योंकि मोर्चा के पदाधिकारी कह रहे हैं कि मानपुर के ग्रामीण मोहला में होने वाले रोड शो में शामिल नहीं होंगे। वे मोहला को मुख्यालय बनाने का विरोध नहीं कर रहे हैं बल्कि अपने मानपुर में तीन दफ्तर की मांग कर रहे हैं। दफ्तर नहीं खोले जाने से मानपुर की उपेक्षा हो जाएगी।
3 को दो जिले प्रारंभ होंगे
2 सितंबर को मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले के शुभारंभ के बाद 3 सितंबर को दो नए जिले सारंगढ़-बिलाईगढ़ सहित खैरागढ़-छुईखदान -गंडई जिले का शुभारंभ होगा। सुबह 11 बजे सारंगढ़ के खेलभाठा मैदान में जिस सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले का शुभारंभ होगा वह छत्तीसगढ़ का 30वां जिला होगा। यहां कार्यक्रम की अध्यक्षता स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम करेंगे। मुख्यमंत्री मुख्य अतिथि बतौर शामिल होंगे।
इसी दिन दोपहर 1 बजे राजा फतेहसिंग खेल मैदान खैरागढ़ में छत्तीसगढ़ के 31वें जिले के रूप में खैरागढ़-छुईखदान -गंडई जिले का शुभारंभ मुख्यमंत्री के हाथों होगा। यहां कार्यक्रम की अध्यक्षता खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री अमरजीत सिंह भगत करेंगे। इस जिले की घोषणा विधानसभा उपचुनाव के समय मुख्यमंत्री ने विभिन्न माध्यमों से खैरागढ़ की जनता के बीच की थी। चुनाव जीतते ही उन्होंने खैरागढ़ का ब्लाक से दर्जा बढ़ाकर जिला करने की बात कही थी।
खैरागढ़-छुईखदान -गंडई के उत्तर में कवर्धा जिला लगता है। जबकि दक्षिण में राजनांदगांव जिले में शामिल डोंगरगढ़ तहसील आती है। पूर्व में बेमेतरा जिले की साजा तहसील, दुर्ग जिले में शामिल धमधा तहसील आती है। पश्चिम दिशा की ओर यह जिला मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले में शामिल लांजी तहसील को छूता है।
3 लाख 68 हजार 444 लोगों की जनसंख्या वाला यह जिला 3 नगरीय निकायों से बना है। इसमें तीन तहसील गंडई, छुईखदान व खैरागढ़ शामिल हैं। 2 उपखंड खैरागढ व गंडई -छुईखदान में स्थित हैं। खैरागढ़-छुईखदान -गंडई जिले में पड़ने वाले गांवों की कुल संख्या 464 बताई गई है। मतलब अब ये गांव राजनांदगांव से कटकर नए जिले में शामिल हो जाएंगे।
499 गांवों का नया जिला
इसी तरह मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी के नाम से बनने वाला नया जिला 499 गांवों का होगा। 2 लाख 83 हजार 947 लोगों की जनसंख्या वाला यह जिला भौगोलिक क्षेत्रफल के आधार से 2 लाख 14 हजार 677 हेक्टेयर का होगा। इस जिले की कुल जनसंख्या का 63.27 फीसद अनुसूचित जनजाति का होगा जोकि 1 लाख 79 हजार 662 होती है।
इस जिले की सीमा उत्तर में राजनांदगांव जिले की तहसील छुरिया को छुएगी। दक्षिण में इसका विस्तार कांकेर की तहसील दुर्गकोंदल तक होगा। पूर्व में बालोद की डौंडी लोहारा तहसील जबकि पश्चिम में इसकी सीमा महाराष्ट्र राज्य में शामिल गांवों को छुएगी। यह जिला 3 तहसीलों मानपुर, मोहला व अंबागढ़ चौकी को लेकर बन रहा है।
दो जिले कटेंगे तो बनेगा एक नया
दो जिले काटकर एक नया जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़ बनाया जा रहा है। रायगढ़ जिले के उपखंड सारंगढ़ सहित सारंगढ़ तहसील व बरमकेला तहसील को इस जिले में शामिल किया गया है।
इसी तरह दूसरे जिले बलौदाबाजार-भाटापारा में शामिल बिलाईगढ़ उपखंड सहित बिलाईगढ़ तहसील को इस नए जिले में शामिल किया गया है।
सारंगढ़-बिलाईगढ़ में पुलिस के दस थाने और दो चौकी स्थापित हैं। वहां 141 स्वास्थ्य केंद्रों सहित 3 परियोजना कार्यालय, 33 बैंक कार्यालय, 7 महाविद्यालय व 1406 स्कूल शामिल किए गए हैं। नए जिलों में यह जनसंख्या के मामले में बहुत ही आगे है क्यों कि यहां की जनसंख्या 6 लाख 17 हजार से कुछ अधिक है।
इसकी उत्तरी सीमा रायगढ़ जिले में शामिल पुसौर तहसील को टच करेगी। दक्षिण में यह जिला सरायपाली (महासमुंद) तक विस्तारित होगा। पश्चिम में बलौदाबाजार जिले की कसडोल तहसील तक यह फैला हुआ है। जबकि पूर्व में उड़ीसा का बरगढ़ जिला इसका समीपवर्ती होगा।