नेशन अलर्ट/राजनांदगांव.
कांग्रेस को टाटा बायबाय बोलने वाले गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे का असर आने वाले दिनों में छत्तीसगढ़ में भी रंग दिखा सकता है। आजाद के सहारे कांग्रेस की राजनीति कर रहे छत्तीसगढ़ के कुछ एक कांग्रेसी आने वाले दिनों में इस्तीफा दे सकते हैं जिनमें एक पूर्व विधायक का नाम बड़ी तेजी से चर्चा में सुनाई दे रहा है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के नए अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया के दौरान ही जम्मूकश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने गत दिनों कांग्रेस के तमाम पदों से त्यागपत्र दे दिया था। इसके बाद आजाद कांग्रेसियों सहित उससे नाराज बताए जाने वाले नेताओं के बीच केंद्र बिंदु हो गए हैं। कोई उनके कदम को गलत ठहरा रहा है तो कईयों ने आजाद के नक्शेकदम पर पार्टी से त्यागपत्र देना प्रारंभ कर दिया है।
त्यागपत्र देने वालों में जम्मूकश्मीर के पूर्व विधायकों सहित हैदराबाद निवासी पूर्व राज्यसभा सदस्य का नाम प्रमुख तौर पर सामने आया है। अब यही क्रम आने वाले दिनों में छत्तीसगढ़ में भी दिखाई पड़ सकता है। छत्तीसगढ़ के कई कांग्रेसी ऐसे हैं जिन्होंने आजाद के सहारे अपनी राजनीति की दुकान को चलाने का प्रयास किया था।
मेमन के अगले कदम पर निगाहें
इस मामले में खुज्जी से पूर्व विधायक इमरान मेमन का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है। मेमन अविभाजित मध्यप्रदेश के समय कांग्रेस से खुज्जी के विधायक हुआ करते थे। तब दिग्विजय सिंह की सरकार हुआ करती थी। मेमन के उस समय से गुलाम नबी आजाद के साथ बेहतर संबंध रहे हैं।
जब छत्तीसगढ़ बन रहा था तब मेमन मुख्यमंत्री बनवाने स्वर्गीय अजीत जोगी के साथ रायपुर से लेकर देश की राजधानी नई दिल्ली तक घुमा करते थे। उस समय उन्होंने स्व. जोगी को गुलाम नबी आजाद से भी मिलवाया था और उनके लिए लॉबिंग की थी। उनकी लॉबिंग का ही नतीजा था कि आजाद जब छत्तीसगढ़ में पर्यवेक्षक बनकर आए तब उन्होंने जोगी के नाम पर मोहर लगाई थी।
अब जबकि जोगी इस दुनिया में नहीं हैं और आजाद कांग्रेस से पृथक हो गए हैं तो इमरान मेमन भी उनका रास्ता पकड़ सकते हैं। वैसे भी इन दिनों उनकी कांग्रेस में वह स्थिति नहीं रह गई है जो पुराने समय में हुआ करती थी। इस संबंध में मेमन से बातचीत करने का प्रयास किया गया लेकिन संपर्क नहीं हो पाने के चलते उनका रूख पता नहीं चल पाया है लेकिन माना जा रहा है कि इमरान कल को आजाद के खेमें में शामिल हो सकते हैं।