नेशन अलर्ट/जयपुर.
राजस्थान इस बार गलत कारणों से चर्चा में है। नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे का एक आंकड़ा बताता है कि राजस्थान में महिलाओं के औसतन 3.1 सेक्स पार्टनर रहे जबकि पुरूषों के मामले में यह मामला 1.8 फीसद का ही है।
नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे का यह आंकड़ा 2019 से 2021 के दौरान का है। इस अवधि में देश के 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 707 जिलों में यह आंकलन किया गया। राजस्थान इस मामले में सभी प्रदेशों में लीड कर रहा है।
4 फीसदी पुरूष पाए गए
ऐसे पुरूषों की संख्या जिन्होंने ऐसी महिलाओं से संबंध स्थापित किए जो न तो उनकी पत्नी थी और न ही वे लोग लिव इन में रह रहे थे उनका राजस्थान में प्रतिशन 4 फीसदी से अधिक नहीं है। इसी तरह की महिलाओं की संख्या पुरूषों के मुकाबले बेहद कम 0.5 फीसदी पाई गई है।
तकरीबन 11 राज्यों की यह सर्वे रिपोर्ट सामने आई है। इनमें तमिलनाडु, पुडुचेरी, लक्षद्वीप, केरल, असम, मध्यप्रदेश, जम्मू कश्मीर, चंडीगढ़, हरियाणा और राजस्थान जैसे नाम शामिल है। इस तरह के सर्वे में पाया गया है कि कई राज्यों में महिलाओं के सेक्स पार्टनर्स की संख्या पुरूषों के मुकाबले कहीं ज्यादा रही है।
राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण रपट बताती है कि इस सर्वे में 1.1 लाख महिलाएं और 1 लाख पुरूष शामिल किए गए थे। सर्वे में यह स्पष्ट हुआ है कि 11 ऐसे राज्य और केंद्र शासित प्रदेश सामने आए हैं जहां पर पुरूषों के मुकाबले महिलाओं के सेक्स पार्टनर्स की संख्या ज्यादा थी।