रायपुर।
बस्तर टाइगर के नाम से प्रदेश सहित देश में चर्चित रहे महेंद्र कर्मा के जीवन पर आधारित पुस्तक बस्तर टाइगर का विमोचन के बाद एक बार फिर विमोचन हुआ। गुरूवार को मुख्यमंत्री के हाथों विमोचित हुई बस्तर टाइगर का विमोचन शुक्रवार शाम को राजधानी की एक भव्य होटल में पूरे तामझाम के साथ किया गया।
कुणाल शुक्ला और उनकी अर्धांगिनी प्रीति उपाध्याय द्वारा लिखी गई यह किताब इन दिनों छत्तीसगढ़ के रचनाक्षेत्र सहित राजनीतिक क्षेत्र में सुर्खियां बटोर रही है। किताब महेंद्र कर्मा की जीवनी पर रोशनी डालती ही है और साथ ही साथ बस्तर के नक्सलवाद पर भी बात करती हुई नजर आती है।
कबीर संचार शोध पीठ के अध्यक्ष शुक्ला ने यह कार्यक्रम 5 अगस्त को शहीद महेंद्र कर्मा की जयंती के दिन रखा था। जन्म से लेकर मृत्यु तक के पांच महत्वपूर्ण पड़ावों को 25 अध्याय में लिखा गया है। शुक्ला ने यह कार्य अपनी पत्नी श्रीमति प्रीति उपाध्याय के सहयोग से पूरा किया है।
200 रूपए में उपलब्ध है
सर्वप्रिय प्रकाशन द्वारा प्रकाशित बस्तर टाइगर किताब 200 रूपए में उपलब्ध है। इसका दो मर्तबा विमोचन हुआ है। पहली मर्तबा 4 अगस्त को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निवास पर यह किताब विमोचित हो चुकी थी। चूंकि मुख्यमंत्री को 5 अगस्त को प्रवास पर रहना था इसकारण उन्होंने किताब एक दिन पहले विमोचित कर दी थी।
इसके बाद जयंती के दिन 5 अगस्त को किताब अपने तय कार्यक्रम के मुताबिक गंभीरता के साथ एक बड़ी सी होटल में पुन: विमोचित हुई। विमोचन के सुअवसर पर शहीद महेंद्र कर्मा के सुपुत्र छविंद्र कर्मा, प्रभा प्रकाशन के सुधीर शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार सुभाष मिश्रा, राजकुमार सोनी व अंजय शुक्ला के अलावा गणमान्य अतिथि व साहित्यप्रेमी उपस्थित थे।