विकासखंड, तहसील व जिला मुख्यालय में फेडरेशन के आव्हान पर आज कलम बंद-काम बंद, शासकीय कार्यालयों में कामकाज हुआ ठप्प
राजनांदगांव।
डीए और गृहभाड़ा में बढ़ोतरी के लिए हड़ताल पर डटे राज्स सरकार के अधिकारी – कर्मचारी अब खुद ही सीएम – मंत्री बनेंगे… यह इनका विरोध प्रदर्शन का एक तरीका है जिसमें नाटक के सहारे खुद को छले जाने की कहानी शासकीय सेवक बयां करेंगे। हड़ताल के तीसरे दिन यानि 27 जुलाई को यह प्रदर्शन होगा। शासकीय सेवकों ने इसे व्यापक बनाने के सारे बंदोबस्त किए हैं।
छ.ग. कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन राजनांदगॉव जिला ईकाई अपने प्रांतीय संयोजक कमल वर्मा एवं प्रांतीय सचिव राजेश चटर्जी के आव्हान पर, जिला संयोजक डॉ. के.एल.टाण्डेकर एवं महासचिव सतीश ब्यौहरे के नेतृत्व में जिले में शासकीय सेवक अपनी डीए और गृहभाड़ा भत्ते की लंबित मांगो के समर्थन में पांच दिवसीय प्रान्तव्यापी हड़ताल, एवं धरना प्रदर्शन के माध्यम से आंदोलनरत है।
हड़ताल के दूसरे दिन, 26 जुलाई को भी सुबह 11ः00 बजे से शाम 4 बजे तक धरनास्थल कलेक्ट्रेट एटीएम के सामने फ्लाई ओव्हर के नीचे प्रदर्शन जारी रहा। इस हड़ताल ने शासन – प्रशासन की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। शासन की महत्वकांक्षी योजनाओं के साथ ही कई जरुरी काम अधर में अटक गए हैं। स्कूलों में तालाबंदी हो गई है। लगभग सभी शिक्षक हड़ताल पर हैं। जिले के कई अधिकारीगण भी कार्यालयो में अपनी सीट पर अनुपस्थित रहकर आज के इस आंदोलन को मौन समर्थन देते दिख रहे हैं। प्रदेश भर में 80 तो वहीं जिले में 26 कर्मचारी संगठन हड़ताल के समर्थन में मैदान पर उतर चुके हैं।