पानी की परीक्षा : पद सँभालते ही मुश्किल बढी़

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नेशन अलर्ट/9770656789

राजनांदगाँव.

रेत तस्करों की पसँदीदा शिवनाथ नदी का लगातार घटता जल स्तर नगर निगम के अधिकारियों – जनप्रतिनिधियों के साथ साथ उस नवनिर्वाचित महापौर की परीक्षा लेता नज़र आ रहा है जिसने आज ही शपथ ली है. शपथ के पूर्व ही उन्हें शहर में एक ही समय जलापूर्ति करने के अपनी ही सरकार के फैसले को मानना पडा़ है.

दरअसल, महापौर मधुसूदन यादव ने शनिवार को शहर के 51 वार्डों के नवनिर्वाचित पार्षदों के साथ शपथ लेने का कार्यक्रम रखा. हो सकता है कि अँतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को दृष्टिगत रखते हुए उन्होंने यह तारीख चुनी हो लेकिन होलाष्टक में शपथ लेने पर सवाल भी उठाए जा रहे हैं.

सूखती शिवनाथ, प्यासा होता नाँदगाँव !

शिवनाथ नदी लगातार सूखती जा रही है. रेत तस्करी भी लगातार चल ही रही है. अब तो स्थिति ऐसी है कि मोहारा एनीकट में शिवनाथ का इतना पानी ही नहीं है कि वह शहर को दो मर्तबा प्यास बुझाने निरंतर उपलब्ध करवाया जा सके.

मामले की गँभीरता ऐसे समझिए कि शपथ ग्रहण के ठीक एक रोज पहले शहर को तागिद किया जाता है कि अब उसे दो नहीं बल्कि एक ही मर्तबा जलापूर्ति की जाएगी. ऐसा क्यूं ? इसलिए कि शिवनाथ नदी में पानी लगातार कम हुए जा रहा है.

मोहारा एनीकट व नदी पर बने पुल के दाएं बाएं के हिस्से सारी कहानी खुद कह जाते हैं. फिर कलेक्टर सँजय अग्रवाल कहते हैं कि शिवनाथ नदी में जमा हुई गाद को निकाला जाएगा ताकि भराव की स्थिति में कुछ सुधार हो. महापौर की कुर्सी सँभालने के पहले ही मधुसूदन यादव जल सँकट का उल्लेख करते हुए नागरिकों से सहयोग की अपील करते नज़र आते हैं.

बहरहाल, शनिवार सुबह करीब पौने ग्यारह बजे पहले महापौर यादव को और फिर महिला पार्षदों के बाद क्रमश: वार्ड पार्षदों को शपथ दिलवाई गई. कलेक्टर अग्रवाल शपथ दिलाते रहे. करीब 12 बजे यह सारा अमला निगम मुख्यालय की ओर दौड़ पडा़ क्यूं कि निगम अध्यक्ष का चुनाव निर्धारित था.

शनिवार को शपथ ग्रहण में आशीर्वाद देने शहर विधायक विधानसभा अध्यक्ष डा. रमन सिंह स्वयँ उपस्थित थे. साँसद महासमुँद रूपकुमारी चौधरी, स्थानीय साँसद सँतोष पाँडे. दुर्ग विधायक गजेंद्र यादव, निवर्तमान महापौर श्रीमती हेमा देशमुख के साथ ही राजनीति से जुडे़ छोटे – बडे़ चेहरे भी कार्यक्रम में उपस्थित थे.