कमला कॉलेज में महिला डिजिटल साक्षरता पर सात दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
राजनांदगांव। शासकीय कमलादेवी राठी महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय, राजनांदगांव में 7 जनवरी 2025 से 15 जनवरी 2025 तक महिला डिजिटल साक्षरता पर सात दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान के अंतर्गत आयोजित की गई। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को डिजिटल युग की नई चुनौतियों और अवसरों से अवगत कराना, उन्हें साइबर सुरक्षा, ऑनलाइन शिक्षा उपकरणों, कैरियर विकास और डिजिटल प्लेटफॉर्म के महत्व को समझाना था।
कार्यशाला का शुभारंभ प्राचार्य डॉ. आलोक मिश्रा के मार्गदर्शन में हुआ। इस कार्यशाला में विभिन्न विषय विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। 7 जनवरी 2025 को प्रोफेसर राजू खुंटे ने बेसिक कंप्यूटर और आईसीटी विषय पर कार्यशाला का आरंभ किया, जिसमें कम्प्यूटर और सूचना प्रौद्योगिकी के मूलभूत पहलुओं पर चर्चा की गई।
8 जनवरी को सुश्री हेमपुष्पा ने महिलाओं के लिए साइबर सुरक्षा और ऑनलाइन सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषय पर विस्तारपूर्वक जानकारी दी, जिससे प्रतिभागियों को साइबर अपराध से बचने के उपाय और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर सुरक्षित रहने की तकनीकों को समझने में मदद मिली।
9 जनवरी 2025 को श्रीमती प्रियंका दास ने ऑनलाइन शिक्षा उपकरण और फॉर्म भरने की प्रक्रिया को सरल तरीके से समझाया। उन्होंने प्रतिभागियों को ऑनलाइन शिक्षा के विभिन्न उपकरणों का उपयोग और सरकारी व गैर-सरकारी योजनाओं के फॉर्म भरने की प्रक्रिया सिखाई।
10 जनवरी को रामअवतार ने प्रोफेशनल दस्तावेज और प्रेजेंटेशन कौशल पर अपने व्याख्यान में प्रतिभागियों को प्रभावशाली प्रेजेंटेशन तैयार करने और व्यावसायिक दस्तावेज बनाने की विधियों से अवगत् कराया।
11 जनवरी 2025 को श्रीमती रोहिणी ने कैरियर विकास के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म पर प्रकाश डाला और कैरियर संबंधी विभिन्न अवसरों के लिए डिजिटल तकनीकों का उपयोग कैसे किया जाए यह बताया।
कार्यशाला के अंतिम दो दिन 14 और 15 जनवरी को आशीष मंडले ने डेटा प्रबंधन, ऑनलाइन फॉर्म निर्माण और डिजिटल मार्केटिंग जैसे विषयों पर प्रशिक्षण दिया। उन्होंने बताया कि कैसे डेटा को सुरक्षित और व्यवस्थित रखा जा सकता है और डिजिटल मार्केटिंग के माध्यम से कैरियर में नई संभावनाएं प्राप्त की जा सकती हैं। साथ ही डिजिटल जीवन-शैली से जुड़े मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों पर जागरूकता भी बढ़ाई।
कार्यशाला में कुल 100 छात्राओं ने भाग लिया। प्रतिभागियों के लिए एक क्विज प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया, जिसमें प्रथम स्थान इशा साहू (बीएससी द्वितीय वर्ष), द्वितीय स्थान श्रुति यादव (बीएससी द्वितीय वर्ष) तथा तृतीय स्थान गुंजन साहू (एमएससी रसायनशास्त्र) ने हासिल किया। इन सभी छात्राओं को प्रोत्साहन के रूप में मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन संयोजक डॉ. जयसिंह साहू और समन्वयक चंदन साहू के नेतृत्व में हुआ। आयोजन समिति के सदस्यों में कु. डाकेश्वरी साहू, श्रीमती शैलजा तिवारी और श्रीमती सानवी पंजवानी ने सक्रिय भूमिका निभाई। कार्यशाला के सुचारू संचालन में आईक्यूएसी प्रभारी डॉ. बसंत कुमार सोनबेर, पीएम-उषा प्रभारी आलोक जोशी, डॉ. नीता एस. नायर, डॉ. निवेदित ए. लाल और कार्यालयीन कर्मचारियों जावेद सिद्दीकी, रमन साहू और धनेश कुमार पटेल का विशेष योगदान रहा।
कार्यशाला के समापन अवसर पर डॉ. जयसिंह साहू ने सभी अतिथियों, प्राध्यापकों एवं सहायक प्राध्यापकों एवं आयोजन समिति के सदस्यों, कर्मचारियों और छात्राओं का कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने इस कार्यशाला को महिला सशक्तिकरण और डिजिटल जागरूकता की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल बताया।
इस कार्यशाला ने डिजिटल युग में महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए एक मजबूत आधार तैयार किया और उन्हें भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।
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