कमला कालेज में महिला विकास पर पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
राजनांदगांव। शासकीय कमला देवी राठी महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय, राजनांदगांव में प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान के अंतर्गत लिंग समावेशन और समानता पहल विषय पर महिला प्रकोष्ठ एवं आईक्यूएसी के तत्वाधान में महिला विकास पर पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला का प्रारंभ दिनांक 8 जनवरी 2025 को डॉ. राजेश पाण्डेय, अतिक्ति संचालक-दुर्ग संभाग, दुर्ग एवं प्राचार्य डॉ. आलोक मिश्रा की अध्यक्षता में किया गया।
दिनांक 8 जनवरी 2025 को डॉ. बीएन मेश्राम, प्राचार्य, शासकीय बीएसबीस पीजी महाविद्यालय, डोंगरगांव द्वारा महिलाओं में पद और निर्णय लेने की क्षमता का निर्माण विषय पर कहा गया कि महिलाओं की निर्णय लेने की क्षमता को बढ़ाना, उन्हें सशक्त बनाना एवं उनके अधिकारों को सुनिश्चित करना बहुत जरूरी है।
दिनांक 9 जनवरी 2025 को डॉ. मीना आरमो, विभागाध्यक्ष महिला एवं प्रतुति विभाग, एबीव्हीएम मेडिकल कॉलेज, राजनांदगांव द्वारा महिला स्वास्थ्य सेवा और कल्याण विषय पर व्याख्यान देते हुये कहा गया कि महिलाएं समाज का एक अभिन्न अंग है, इसलिए महिलाओं की चिंता सभी को होनी चाहिए। महिलाओं में कैंसर, यौन समस्याएं, गर्भावस्था से जुड़े मुद्दे, एनिमिया, पीसीओडी तथा हार्मोन गड़बड़ी जैसी बीमारियां आम बात हो चुकी है। उचित जीवन शैली, संतुलित आहार, व्यायाम तथा नियमित स्वास्थ्य जांच के द्वारा इसमें नियंत्रण पाया जा सकता है।
दिनांक 10 जनवरी 2025 को पद्मश्री फुलबासन यादव, समाजसेवी द्वारा महिला आत्म सम्मान एवं स्व सहायता समूह महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने में मदद करते है। महिलाओं में आत्मविश्वास बढ़ता है। महिलाएं समस्याओं का समाधान करने में सक्षम बनती है। स्वयं का व्यवसाय प्रारंभ करने का हौसला मिलता है। महिलाओं में स्वतंत्रता का बोध होता है। आंतरिक शक्ति के माध्यम से महिला सशक्त महसूस करती है।
दिनांक 11 जनवरी 2025 को डॉ. सुमन सिंह बघेल, सेवानिवृत्त प्राचार्य द्वारा महिला शिक्षा और आत्मनिर्भरता पर कहा गया कि आत्मनिर्भर महिला समाज में बदलाव लाने में सक्षम होती है और अपनी पहचान बनाने में सफल रहती है। शिक्षा और आर्थिक स्वतंत्रता से महिलाएं अपने सपनों को पूरा कर सकती है और समाज में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
दिनांक 14 जनवरी 2025 को राजू खूंटे, सहायक प्राध्यापक कम्प्यूटर सांइस विभाग, शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय, राजनांदगांव द्वारा महिला डिजिटल साक्षरता और सोशल मिडिया विषय पर कहा गया कि महिलाओं को डिजिटल साक्षरता और सोशल मिडिया के बारे में शिक्षित करना, उन्हें साइबर अपराधों से बचाने और डिजिटल क्षेत्र में सशक्त बनाना जरूरी है। डिजिटल साक्षरता के जरिए महिलाओं को साइबर अपराधों से बचाया जा सकता है।
महिला विकास विषय पर आधारित पांच दिवसीय कार्यशाला की संयोजक डॉ. निवेदिता ए. लाल, समन्वयक डॉ. बृजबाला उइके, सचिव श्रीमती तारा ठाकुर एवं डॉ. नीता एस. नायर तथा सहसचिव डॉण् पुजा चौधरी रही।
इस कार्यशाला में 100 छात्राओं ने भाग लिया। छात्राओं द्वारा वक्ताओं से जिज्ञासावश प्रश्न पूछे जिन्हें वक्ताओं ने अपने वक्तव्य द्वारा संतुष्ट किया। छात्राओं द्वारा फीडबैक लिया गया जिसमें अधिकतर छात्राओं ने कार्यशाला के आयोजन को अपने लिए लाभकारी बताया। कार्यशाला के समापन में बेस्ट प्रतिभागी का चयन किया गया, जिसमें प्रथम स्थान अंकिता गोसाई बीए तृतीय वर्ष, द्वितीय स्थान पूनम यादव बीएससी द्वितीय एवं तृतीय स्थान दीपाली सोनपीपरे बीएससी तृतीय वर्ष को मोमेन्टो व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया तथा अन्य सभी 100 प्रतिभागी छात्राओं को प्रमाणपत्र व किट दिया गया।
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