मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना, मोबाईल मेडिकल यूनिट वेन से स्वास्थ्य परीक्षण को मिल रहा अच्छा प्रतिसात
राजनांदगांव। नगरवासियों को निःशुल्क ईलाज की सुविधा मुहैय्या कराने राज्य शासन द्वारा मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना प्रारंभ की गयी। जिसमें मोबाईल यूनिट वेन द्वारा श्रमिक बहुल्य क्षेत्रों में जाकर निःशुल्क बिमारियों की जांच की जाती है। राजनांदगांव में 5 मोबाईल यूनिट वेन के माध्यम से श्रमिक बाहुल्य क्षेत्रों एवं वार्डो में प्रतिदिन निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण कर दवा का वितरण किया जा रहा है।
एमएमयू के प्रोजेक्ट मेनेजर श्री वागीश तिवारी ने बताया कि आयुक्त अतुल विश्वकर्मा के मार्ग दर्शन में एमएमयू में कुल 41 प्रकार के लैब टेस्ट उपलब्ध है, जिसमें से 29 प्रकार के लैब टेस्ट तत्काल किये जाते है तथा 12 प्रकार के टेस्ट जैसे थाईराईड, बी12, एचबी 1 एसी आदि टेस्ट आउटसोर्स के माध्यम से किया जाता है, जिसका सैम्पल एमएमयू में लिया जाता है। उन्होंने बताया कि आउटसोर्स टेस्ट का रिपोर्ट आने में 3 से 5 दिन का समय लगता है, जो मरीज को उनके मोबाईल नंबर पर एमएमयू की टीम द्वारा उपलब्ध करा दी जाती है, उसके आधार पर आगे की ईलाज किया जाता है। इसके अलावा 160 प्रकार की दवा एमएमयू में उपलब्ध रहती है, जिसे मरीज के बिमारी के आधार पर दिया जाता है।
निगम आयुक्त अतुल विश्वकर्मा द्वारा समय-समय पर मेडिकल मोबाईल यूनिट का निरीक्षण कर जानकारी लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया जाता है। साथ ही स्वास्थ्य परीक्षण कराने वाले लोगों से चिकित्सा एवं टेस्ट के संबंध में जानकारी ली जाती है। किसी भी प्रकार की कमी या शिकायत के संबंध में एमएमयू के प्रभारी से चर्चा कर निराकरण किया जाता है। इसके अलावा स्वास्थ्य लाभ लेने वाले मरीजो से फीडबैक भी लिया जाता है।
क्लब चौक बसंतपुर निवासी 62 वर्षीय श्रीमती सर्वजीत कौर ने एमएमयू के संबंध में कहा कि वह 3-4 वर्ष से इस योजना का लाभ उठा रही है। पहले उसे बीपी शुगर के अलावा सर्दी-खासी-बुखार होने पर ईलाज के लिये निजी अस्पताल जाना पड़ता था, जिससे आर्थिक परेशानी होती थी, लेकिन जब से मोबाईल मेडिकल यूनिट की सुविधा हमारे मोहल्ले में मिली है, तब से प्रत्येक सप्ताह घर के पास सभी प्रकार की बीमारियों का ईलाज एवं मुफ्त में दवा मिल जाती है। उन्होंने कहा कि मैं सरकार को इस योजना के लिये साधुवाद देता हूं, क्योंकि इस योजना का लाभ बुजुर्गो एवं महिलाओं को ज्यादा हो रहा है, क्योंकि वे दूर-दराज ईलाज कराने नहीं जा पाते।
केशवराम निषाद जो हल्दी निवासी है ने कहा कि हमारे मोहल्ले में ईलाज करने गाड़ी आने से मुझे बहुत सुविधा मिली, मैं अपने शुगर बीमारी की जांच एवं दवा के लिये दूर अस्पताल जाना पडता था, जिससे समय व पैसा दोनों लगता था, लेकिन घर के पास ईलाज गाड़ी आने से अब मुझे शुगर जांच कराने तथा दवा लेने में सुविधा मिली। यहां बिना पैसे के मेरा शुगर के साथ साथ हाथ, पैर दर्द, कमजोरी की दवा भी मिल जाती है। सरकार की इस योजना से गरीब, बीमार, आदमी को बहुत सहयोग मिला।
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