लखमा पर छापा : नांदगाँव के सहयोगी बेचैन क्यूं ?

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नेशन अलर्ट/9770656789

राजनांदगाँव/रायपुर.

प्रदेश के पूर्व आबकारी मँत्री कवासी लखमा और उनके नजदीकी लोगों के यहाँ आज पडे़ छापे के बाद राजनांदगाँव में बेचैनी देखी जा रही है. दरअसल, जब प्रदेश में काँग्रेस की सरकार थी तब लखमा के नजदीक होने का भरपूर लाभ राजनांदगाँव के कुछ व्यवसायिक लोगों ने उठाया था. अब यही लोग परेशान हैं. इनके द्वारा कथित तौर पर सबूत हटाए जाने लगे हैं ऐसा बताया जा रहा है.

उल्लेखनीय है कि प्रवर्तन निदेशालय यानिकि ईडी ने आज सुबह पूर्व आबकारी मँत्री को निशाने पर लिया था. कवासी लखमा के सुकमा जिले में स्थित निवास सहित रायपुर के आवास में छापा डाला गया.

माना जा रहा है कि छापा प्रदेश में हुए आबकारी घोटाले को लेकर डाला गया था. लेकिन राजनांदगाँव में लखमा परिवार के करीबी आबकारी के साथ साथ दूसरे व्यवसाय से भी जुडे़ हुए हैं.

इन्हीं की सलाह पर लखमा परिवार ने दीगर धँधों में भी कथित तौर पर निवेश करने में रूचि ली थी ऐसी चर्चा नांदगाँव के चौक चौराहों तक में होती रही है. अब जबकि लखमा को ईडी ने अपने निशाने पर लिया है तो नांदगाँव के सहयोगी परेशान होने लगे हैं.

सरदार की असरदार दोस्ती . . .

लखमा परिवार की राजनांदगाँव में कईयों से दोस्ती रही है. इनमें सबसे असरदार दोस्ती सरदार जी से बताई जाती है. सरदार जी का मुख्य कारोबार शराब से जुडा़ रहा है.

शराब से हुई आय के सहारे इन्होंने अन्य धँधे भी विकसित कर रखे हैं. ऐसा बताया जाता है. इनमें होटल कारोबार प्रमुख है. इसके साथ ही जमीन और विदेशों में निवेश भी बताया जाता है.

कहा तो यह तक जाता है कि जब कवासी लखमा प्रदेश के आबकारी मँत्री हुआ करते थे तब सरदार जी की होटल में एक “कलेक्शन सेंटर” चलाया जाता था. सेंटर में हफ्ते पंद्रह दिन के भीतर लखमा परिवार के करीबी सदस्य आकर हिसाब किताब किया करते थे.

और तो और कवासी के सुपुत्र हरीश लखमा के लिए यहाँ बेहतर से बेहतर “इंतजाम” किए जाते रहे थे ऐसा सुनाई पड़ते रहा है. हालाँकि इस पर कभी किसी तरह की चर्चा तब नहीं हुई थी.

लेकिन अब जबकि लखमा परिवार परेशानी में घिर गया है तब जितने मुँह उतनी बात हो रही है. इनमे कौन सी सच है और कौन सी झूठी यह तो आने वाले वक्त में ही पता चलेगा लेकिन नांदगाँव में बेचैनी की खबर सच है.

किस किस के यहाँ छापा पडा़ :

कवासी लखमा : पूर्व आबकारी मँत्री, विधायक कोंटा.

हरीश लखमा : जिला पँचायत अध्यक्ष सुकमा.

राजू साहू : नगर पालिका अध्यक्ष सुकमा.

सुशील ओझा : लखमा परिवार के करीबी.