डा. आंबेडकर सम्मान मार्च यात्रा निकालकर कांग्रेस ने गृह मंत्री से मांगा इस्तीफा

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राजनांदगांव। शीतकालिन सत्र के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री द्वारा संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर के संदर्भ में की गयी टिप्पणियों तथा संसद में भाजपा सांसदों द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष, विपक्ष के नेता और अन्य विपक्षी सांसदों के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है। भाजपा द्वारा षड्यंत्र कर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ संगीन धाराओं के तहत एफुआईआर दर्ज करा दी गई। भाजपा और उसकी मातृ संस्था हमेशा से डॉ. आंबेडकर और संविधान विरोधी रही है, जिसको लेकर 24 दिसंबर को डा. अम्बेडकर सम्मान मार्च कार्यक्रम कर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा एवं प्रेसवार्ता लेकर गृहमंत्री से इस्तीफे की मांग की।
जानकारी देते हुए शहर कांग्रेस कमेटी के महामंत्री अमित चंद्रवंशी ने बताया कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के आव्हान पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज के निर्देशानुसार शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कुलबीर सिंह छाबड़ा व ग्रामीण कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भागवत साहू के नेतृत्व में मंगलवार को कांग्रेसजनों द्वारा डा. आम्बेडकर चौक (स्टेडियम चौक) से डा. अम्बेडकर सम्मान मार्च निकाली, जो जिला कार्यालय पहंुचकर परिसर में स्थित बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर राष्ट्रपति के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में बताया कि कांग्रेस संगठन डॉ. भीमराव बाबा साहेब अंबेडकर जी की विरासत और उनकी अध्यक्षता में तैयार किए गए संविधान के प्रति अपनी प्रतिबद्धता में अडिग व दृढ़ संकल्पित है।
शहर कांग्रेस अध्यक्ष कुलबीर सिंह छाबड़ा ने कहा कि संविधान में निहित मूल्यों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता में कांग्रेस राजनीतिक और कानूनी लड़ाई लड़ रही है। केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा बाबा भीमराव आंबेडकर के खिलाफ जो अभद्र टिप्पणी की है, उनके विरोध में रैली निकालकर महामहिम राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर मांग किया है कि अमित शाह को गृहमंत्री के पद से तत्काल हटाएं जाएं एवं उनके खिलाफ दंडात्मक कार्यवाही किया जाए। देश के सर्वोच्च सदन में जिस प्रकार की भाषा का प्रयोग कर बाबा साहेब अम्बेडकर का अपमान किया है, वह कतई बर्दाश्त योग्य नहीं है, भाजपा का असली चेहरा व उनकी विचार धारा भी दिख रही है।
जिला ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष भागवत साहू ने कहा कि देश के महापंचायत में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा संविधान की 75वीं वर्षगांठ पर विशेष चर्चा के दौरान विपक्ष पर हमला करने के उत्साह में डॉ. भीमराव अंबेडकर पर अपमानजनक टिप्पणी की है, जिस अभद्र भाषा का प्रयोग बाबा साहेब अम्बेडकर के विरूद्ध कहा है, वह कदापि बर्दाश्त योग्य नहीं है। गृहमंत्री तत्काल देश के माफी मांगे और अपना इस्तीफ दें।
प्रेसवार्ता में शहर कांग्रेस अध्यक्ष कुलबीर सिंह छाबड़ा ने कहा कि शीतकालिन सत्र में भाजपा द्वारा संविधान और संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के अपमान के लिए देश के संसदीय इतिहास में दर्ज हो गया है। भाजपा हमेशा से लोकतंत्र और संवैधानिक मूल्यों के प्रति तिरस्कर दिखाने का कोई मौका नहीं छोड़ती। इस बार तो हद ही पार कर दी। संविधान के 75 वर्ष पूरे होने पर कांग्रेस समेत इंडिया गठबंधन के दलों ने संसद में सरकार से संविधान पर चर्चा की मांग रखी। अडानीए मणिपुरए संभल जैसे मामलों पर सदन में बहस की मांग लगातार ठुकराए जाने के बाद प्रतिपक्ष की संविधान पर चर्चा की मांग मान ली गई। इस मौके पर कांग्रेस समेत सभी दलों ने सरकार को लोकतांत्रिक और संवैधानिक मूल्यों की प्रतिबद्धता याद दिलाई। समता, समानता और न्याय के डॉ. अंबेडकर के आदर्शों पर चलने की सलाह भाजपा को कतई रास नहीं आई। सत्तापक्ष ने लगातार विपक्ष को बोलने से रोकने की कोशिश की, यही नहीं केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने डॉ. अम्बेडकर का अपमान कर संघ और भाजपा की मनुवादी मानसिकता उजागर कर दी। आरक्षण खत्म करने की साजिश के तहत भाजपा की संविधान बदलने की कोशिश को 2024 के आम चुनाव में जनता ने नाकाम कर दिया था और बैसाखी सरकार बनाकर चल रही है और भाजपा ये खीज अब संविधान निर्माता पर निकाल रही है और बाबा साहेब का अपमान किया जा रहा है। दुख की बात ये है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमित शाह को सीख देने के बजाय आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति कर रही है। कांग्रेस समेत प्रतिपक्ष ने पीएम मोदी से अमित शाह के इस्तीफे की मांग की है, लेकिन मोदी सरकार डॉ. अंबेडकर के अपमान को अपराध मानने को तैयार नहीं है, उलटे भाजपा ने संसद की कार्रवाई ठप्प रखी। यही नहीं अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस सांसदों के साथ धक्का-मुक्की की गई। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को गिरा दिया गया। भाजपा ने षड्यंत्र के तहत नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ संगीन धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज करा दी गई। भाजपा और उसकी मातृ संस्था हमेशा से डॉ. आंबेडकर और संविधान विरोधी रही है। इन्होंने न सिर्फ संविधान के निर्माण के समय से ही विरोध किया, बल्कि इससे पहले डॉ. आंबेडकर को चुनाव हरवाया था। कांग्रेस डॉ. आंबेडकर के अपमान को लेकर अमित शाह के इस्तीफे की मांग पर अटल है, जब तक अमित शाह इस्तीफा नहीं देंगे, हम विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे।
सम्मान यात्रा में प्रमुख रूप से पूर्व मंत्री धनेश पाटिला, वरिष्ठ कांग्रेसी श्रीकिशन खंडेलवाल, महापौर हेमा देशमुख, कुतबुद्दीन सोलंकी, सुदेश देशमुख, पंकज बांधव, शाहिद खान, मेहुल मारू, महेन्द्र यादव, रूपेश दुबे, शहर कांग्रेस उपाध्यक्ष विकास त्रिपाठी, मोहम्मद यहया, महामंत्री झम्मन देवांगन, हनी ग्रेवाल, नासिर जिंदरान, चुम्मन साहू, अजय मारकंडे, उत्तर ब्लॉक अध्यक्ष आसिफ अली, दक्षिण ब्लॉक अध्यक्ष सूर्यकांत जैन, रितेश जैन, सुरेश सिन्हा, विरेन्द्र बोरकर, अनुसूचित जाति अध्यक्ष सिद्धार्थ डोंगरे, अशोक फड़नवीस, विरेन्द्र चौहान, जयसिंह, योगेन्द्र प्रताप सिंह, रौशनी सिन्हा, मोहिनी सिन्हा, प्रज्ञा गुप्ता, किसान कांग्रेस अध्यक्ष मदन साहू, अभिमन्यु मिश्रा, एनएसयूआई अध्यक्ष अमर झा, गोपीचंद गायकवाड़, पार्षद पूर्णिमा नागदेवे, मनीष साहू, चंद्रकला देवांगन, जितेन्द्र शर्मा, अतुल शर्मा, मनीष गौतम, मुस्तफा जोया, विशु अजमानी, आफताब अहमद, अमित जंघेल, सुरेन्द्र देवांगन, मामराज अग्रवाल, साइना कुरैशी, रीना पटेल, विद्या तिरपुडे, ललिता साहू, संजय साहू, चेतन सिन्हा, संदीप जायसवाल, राजेन्द्र सोनी, विष्णु सिन्हा, जितेन्द्र सिन्हा, सुनील पिल्ले, भोला यादव, सुनिता सिन्हा, जितेश सिमनकर, अब्बास खान, हर्ष खोब्रागढ़े, शिवम गढ़पायले, नीरज कन्नौजे, गोलू नायक, यादवराम भीमटे, ठाकुरराम साहू, हिम्मत पवार, फरमान अली, राजेश चौहान, आशीष रामटेके, सुरेन्द्र गजभिये, शेषनाथ, मोहसिन कुरैशी, संदीप सोनी सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसजन शामिल थे।

(यह खबर टीम नेशन अलर्ट द्वारा संपादित नहीं की गई है. जैसी मिली वैसी प्रकाशित हुई है. अत: नेशन अलर्ट किसी भी तरह की गल्ती के लिए जिम्मेदार नहीं है.)