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राजनांदगाँव.
संस्कारधानी नगरी बीते कुछ समय से अलग अलग कारणों से चर्चा का विषय बनी हुई है. कहीं नाम बदनाम हो रहा है तो कहीं पर यहाँ के युवा इसे रौशन भी कर रहे हैं. नाम रौशन करने वालों में प्रभतेज सिंह भाटिया का नाम प्रमुखता से लिया जाएगा जोकि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के कोषाध्यक्ष का पद सँभालने जा रहे हैं.
रियासतकाल के समय से नांदगाँव ने एक से बढ़कर एक नायाब हीरे से दुनियाँ को परिचित कराया है. नांदगाँव रियासत पर शासन करने वाले शासक यहाँ की पहचान रहे हैं.
साहित्य के क्षेत्र में गजानन माधव मुक्तिबोध से लेकर पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी, नँदूलाल चोटिया, जयप्रकाश यहीं की देन रहे हैं.
समाजसेवा – राजनीति में ठाकुर प्यारेलाल सिंह, जेपीएल फ्रांसिस हों या फिर डा. रमन सिंह सबने सकारात्मक तरीके से सेवाचाकरी की.
खेल जगत में एरमन बेस्टियन, भूषणलाल स्वर्णकार, रेणुका यादव सरीखे नामों ने राजनांदगाँव को अपने अपने समय में मुस्कराने का अवसर दिया.
उद्योग व्यापार में बहादुर अली से लेकर कमल सारडा, बल्देवसिंह भाटिया न केवल आगे बढ़ रहे हैं बल्कि यहाँ के युवाओं को भी बढा़ने का पुण्य अर्जित कर रहे हैं.
अब इसी कडी़ में प्रभतेज सिंह भाटिया का नाम सुनाई दे रहा है. प्रभतेज
छत्तीसगढ़ क्रिकेट संघ (सीएससीएस) के अध्यक्ष रह चुके बल्देवसिंह भाटिया के होनहार सुपुत्र हैं.
कब बनेंगे कोषाध्यक्ष ?
वैसे प्रभतेज का जन्म साल 1991 में रायपुर में हुआ था. चूंकि उनके पिता बल्देवसिंह राजनांदगाँव के एक प्रमुख व्यवसायी थे इस कारण घर परिवार से ही उन्हें कामकाज की समझ मिली थी.
अपने पिता बलदेव सिंह भाटिया की ही तरह उनकी नसों में खून के साथ साथ क्रिकेट का जुनून दौडा़ करता है. उनकी शालेय शिक्षा शिमला (हिमाचल प्रदेश) की बताई जाती है.
उन्होंने यूनाइटेड किंगडम स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ एक्सेटर से इकोनॉमिक्स ऑनर्स में फाइनेंस का कोर्स किया है. पहले छत्तीसगढ़ राज्य के क्रिकेट सँघ में योगदान देने के बाद अब वह बीसीसीआई में काम करने जा रहे हैं.
दरअसल, बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष रहे आशीष शेलार ने महाराष्ट्र सरकार में मँत्री पद संभाल लिया है. इसके लिए उन्होंने कोषाध्यक्ष का पद छोड़ दिया था.
अभी हाल ही में बीसीसीआई ने नए कोषाध्यक्ष के लिए आवेदन मँगाए थे. इसके लिए अँतिम तारीख 4 जनवरी निर्धारित थी.
शनिवार को अँतिम समय समाप्त होते तक सिर्फ़ एक आवेदन बीसीसीआई को प्राप्त हुआ था जोकि प्रभतेज सिंह भाटिया का था. अब वह 12 जनवरी को बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष की कुर्सी पर बैठ जाएंगे.
12 जनवरी को मुंबई में बीसीसीआई की एक बैठक होनी है. इसी बैठक में प्रभतेजसिंह को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के नए कोषाध्यक्ष के लिए निर्विरोध चुन लिया जाएगा.
प्रभतेज सिंह भाटिया सितंबर 2025 तक बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष का पद सँभाल सकते हैं. इसके बाद होने वाले चुनाव में वह फिर मैदान में उतर सकते हैं.
बीसीसीआई के नियमों की जानकारी रखने वाले बताते हैं कि प्रत्येक अधिकारी का कार्यकाल तीन वर्षों का होता है. वे लगातार तीन बार इस पद पर रह सकते हैं.