राजनांदगांव। रेंगाकठेरा में कथा के सातवें व आठवे दिन हजारों की संख्या में भक्तों ने आचार्य पं. युवराज पाण्डेय के श्रीमुख से कथा का श्रवण किये। शिवमहापुराण कथा की शुरुआत आरती के साथ व भोले बाबा के भजन के साथ किया गया।
आचार्य पं युवराज पाण्डेय ने अपने सातवें व आठवें दिन की कथा में बताया कि शिव महापुराण एक प्रमुख हिंदू धर्मग्रंथ है, जो भगवान शिव की महिमा और उनके अवतारों का वर्णन करता है, यहां शिव महापुराण का सार है। शिव महापुराण में भगवान शिव की उत्पत्ति और उनकी महिमा का वर्णन किया गया है। यह बताया गया है कि शिव आदि और अनंत हैं, और वे सृष्टि के रचयिता, पालक और संहारक हैं। शिव महापुराण में शिव के विभिन्न अवतारों का वर्णन किया गया है, शिव महापुराण में शिव की भक्ति और पूजा के महत्व का वर्णन किया गया है। यह बताया गया है कि शिव की भक्ति और पूजा से व्यक्ति को मोक्ष प्राप्त होता है, जो भी भक्त भगवान शिव को सच्ची श्रद्धा से पूजा-अर्चना करते है, उनकी हर इक्छा पूरी होती है।
शिव महापुराण में शिव के विभिन्न मंत्र और स्तोत्र का वर्णन किया गया है, जिन्हें जपने से व्यक्ति को शिव की कृपा प्राप्त होती है। कलयुग में सबसे सार मंत्र जिन्हें किसी भी समय किसी भी परिस्थितियों में जपा जा सकता है, हरे कृष्ण, हरे कृष्ण, कृष्ण-कृष्ण हरे-हरे, हरे राम, हरे राम, राम-राम हरे-हरे। 16 अक्षर का महामंत्र हर व्यक्ति को जपना चाहिए।
शिव महापुराण एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है, जो भगवान शिव की महिमा और उनके अवतारों का वर्णन करता है। यह ग्रंथ शिव की भक्ति और पूजा के महत्व को भी बताता है। संगीतमई कथा में श्रोता जमकर झूमे। कार्यक्रम के अंतिम में मोहन मदन मुरानी श्याम जय श्याम के गानों में जमकर झूमे, उनके साथ बग्गी में गाजे-बाजे के साथ गांव भ्रमण किया गया।
कथावाचक पं. आचार्य रामानुज युवराज पाण्डेय ने आयोजन बाल युवा मंडल के समस्त पदाधिकारियों को विशाल आयोजन की बधाई दिए, इतना बड़ा आयोजन भोले बाबा के आशीर्वाद के बिना संभव नहीं है, सभी आयोजक के ऊपर भगवान की कृपा बने रहे। पूरे कार्यक्रम में दूर दूर श्रोता पहुंच रहे है। रेंगाकठेरा के अलावा आसपास के गांव पदुमतरा, तिलई खपरी, बसुला, बुंदेलीकला, तिलई, खुडमुडी, डुमरडीह, घुमका, परसबोड लगभग 20 गांव से अधिक भक्तगण कथा का श्रवण कर रहे है। प्रतिदिन कथा दोपहर 1 बजे से शिवमहापुराण कथा आयोजित किया जा रहा है।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से पूर्व विधायक भुनेश्वर सिंह बघेल, पूर्व विधायक विनोद खांडेकर, जिला पंचायत सभापति अशोक देवांगन, परदेशी साहू, ओमप्रकाश साहू, गणेश साहू, फूलमती साहू, पुनिता साहू, सौरभ वैष्णव, ललित चांदत्तारे, मनोज साहू, रामकुमार वर्मा सहित हजारों श्रोताओं ने कथा का श्रवण किये।
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