राजनांदगांव। 6.7.2023 को प्रार्थी जीवन लाल चन्द्रवंशी पिता कृष्ण कुमार चंद्रवंशी पिता कृष्ण कुमार चंद्रवंशी, उम्र-42 साल, साकिन वार्ड नंबर-01, थाना-डोंगरगढ़, जिला-राजनांदगांव कृषि विकास अधिकारी सह उर्वरक निरीक्षक विकासखंड डोंगरगढ़ के द्वारा थाना में लिखित रिपोर्ट दर्ज कराया कि दिनांक-06.07.2024 के शाम 4 बजे आरोपी सुजीत धूत पिता प्रहलाद धूत, उम्र-55 साल, साकिन ग्राम मरोडी, तहसील-अकोला, जिला-अकोला (महाराष्ट्र) एवं श्रुति त्रिवेदी पति मनुराज, उम्र-44 साल, साकिन-बधियाटोला, डोंगरगढ़ के द्वारा मनीष राठी, निवासी-डोंगरगढ़ के मकान में बीना अनुमति के एवं बिना लायसेंस के उर्वरक खाद का निर्माण किया जा रहा है, जो कि छग में वैध नहीं है एवं आरोपी के कब्जे से 1921 किलो नकली उर्वरक खाद को जप्त किया गया है। रिपोर्ट पर थाना डोंगरगढ़ में अपराध क्रमांक-431/2023 धारा-आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा-3, 7 का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था।
विवेचना दौरान आरोपिया श्रुति त्रिवेदी को दिनांक-07.10.2023 को गिरफ्तार किया जा चुका था, लेकिन प्रकरण के मुख्य आरोपी सुजीत धूत अपराध पंजीबद्ध होने के बाद से लगातार फरार चल रहा था, जिसकी पता-तलाश हेतु थाना प्रभारी जितेन्द्र वर्मा द्वारा वरिष्ठ अधिकारी पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राहुल देव शर्मा एवं एसडीओपी डोंगरगढ़ आशीष कुंजाम से दिशा-निर्देश प्राप्त कर सायबर सेल राजनांदगंाव एवं थाना डोंगरगढ़ से टीम तैयार कर आरोपी के पता-तलाश हेतु महाराष्ट्र टीम रवाना किया गया, जिस पर गठित टीम द्वारा जिला अकोला महाराष्ट्र के थाना खदान पहुंचकर आरोपी के दिये पते पर जाकर रेड कार्यवाही कर आरोपी सुजीत धूत के पकड़े आरोपी पुलिस के गिरफ्तार के डर से छुपे हुये थे।
आरोपी सुजीत धूत पिता प्रहलाद धूत, जाति-माहेश्वरी, उम्र-55 साल, साकिन-मरोडी, वार्ड क्रमांक 2, थाना बोरगांव मंजू, तहसील-अकोला, जिला अकोला महाराष्ट्र, हाल-फ्लैट नंबर-302, गणेशा रेसीडेंसी, गिरीनगर, गौरक्षण रोड, थाना-खदान, जिला अकोला महाराष्ट्र से अवैध रूप से उर्वरक खाद बनाने के संबंध में पुछताछ किया, जो को वैध दस्तावेज पेश नहीं किया, जिस पर आरोपी को दिनांक-19.12.2024 को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश कर ज्युडिशियल रिमांड पर भेजा गया है।
उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी डोंगरगढ़ निरीक्षक जितेन्द्र वर्मा, निरीक्षक योगेश पटेल, आरक्षक कमल निषाद एवं सायबर सेल राजनांदगांव से प्रधान आरक्षक बसंतराव एवं आरक्षक आदित्य सिंह का विशेष योगदान रहा है।
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