राजनांदगांव। महापौर श्रीमती हेमा देशमुख ने स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा संचालित एवं स्कूल शिक्षा विभाग छत्तीसगढ़ शासन द्वारा आयोजित 68वीं राष्ट्रीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता का विधिवत शुभांरभ दिग्जिवय स्टेडियम राजनांदगांव में किया गया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व उपाध्यक्ष बीस सूत्रीय कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति खूबचंद पारख, कलेक्टर संजय अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक मोहित अग्रवाल उपस्थित थे। इस अवसर पर उन्होंने ध्वजारोहण कर आसमान में गुब्बारे छोड़े। इसके पश्चात खिलाड़ियों द्वारा आकर्षक मार्च पास्ट किया गया। खिलाड़ियों को खेल भावना के साथ प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए शपथ दिलाई गई। इस अवसर पर स्कूली बच्चों ने छत्तीसगढ़ की कला-संस्कृति पर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।
महापौर श्रीमती हेमा देशमुख ने संस्कारधानी राजनांदगांव में देश के अलग-अलग राज्यों से आए युवा खिलाड़ियों का अभिनंदन एवं स्वागत किया। उन्होंने कहा कि हमारा देश सबसे खुबसूरत देश के रूप में जाना जाता है। हम सब जानते है कि अनेकता में एकता भारत की विशेषता है, वहीं आज यहां देखने को मिल रही है। हमारे अलग-अलग राज्यों की अलग-अलग भाषा, पहनावा अपने आप में खुबसूरत होती है और सभी एक माला में पिरोए हुए हैं। सभी एक खुबसूरत फूल की तरह है। उन्होंने कहा कि बॉस्केटबॉल खेलने और अपनी प्रतिभा को निखारने के लिए खिलाड़ियों का आगमन राजनांदगांव में हुआ है। उन्होंने कहा कि सभी की अपनी-अपनी अपेक्षाएं और इच्छाएं होती है सभी यह सोच करके आते हैं कि यहां से जीतकर जाएंगे और खेल भावना से खेलते हैं। उन्होंने कहा कि खेल में कोई जीतता है तो कोई हारता है। उन्होंने खिलाड़ियों से कहा कि इच्छाएं और सपने कभी खत्म नहीं होनी चाहिए। सपने हमेशा ऊंचा उड़ने के लिए देखने कहा। उन्होंने कहा कि आज राष्ट्रीय स्तर का खेल रहे है कल अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलेंगे। उन्होंने सभी खिलाड़ियों को जीत कर जाने के लिए कहा। उन्होंने देश का नाम गौरवान्वित करने के लिए शुभकामनाएं दी।
पूर्व उपाध्यक्ष बीस सूत्रीय कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति खूबचंद पारख ने कहा कि खिलाड़ी प्रतियोगिता के माध्यम से अपनी प्रतिभा का परिचय देने आए हैं। प्रतियोगिता में कोई जीतता है तो कोई हारता है। उन्होंने कहा कि जो जीतता है उसके लिए अपनी जीत को बरकरार रखना बहुत बड़ी चुनौती होती है, जबकि जो हारता है उसे शिखर तक पहुचने के लिए केवल कोशिश करनी पड़ी है। उन्होंने सभी टीमों को अनुशासन में अपने बेहतर प्रदर्शन करने कहा। प्रतियोगिता में जो टीम भाग लेती है उसमें से कई टीमें हार जाती है। लेकिन अपने प्रदर्शन से लोगों के दिल में अपना एक विशेष स्थान प्राप्त कर लेती हैं। उन्होंने खिलाड़ियों को खेल अनुशासन के दायरे में रहकर खेल भावना से अपने प्रतियोगिता में उत्कृष्ट और श्रेष्ठ प्रदर्शन करने कहा। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपना नाम गौरवान्वित करता है वह स्कूली खेल से चलकर शिखर तक पहुंचता है। उन्होंने कहा कि इस खेल के माध्यम से राष्ट्रीय स्तर और अंतर्राष्ट्रीय स्तर खेल के लिए चुने जाएंगे। प्रतियोगिता के माध्यम से अपने प्रदर्शन को श्रेष्ठ करने के लिए उज्जवल भविष्य की कामना की।
उल्लेखनीय है कि जिले में 68वीं राष्ट्रीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता 18 से 22 नवबंर 2024 तक आयोजित की गई है। प्रतियोगिता में बॉस्केटबॉल बालक 14 व 17 वर्ष एवं बालिका 14 वर्ष के मैच दिग्विजय स्टेडियम में खेंले जायेंगे। प्रतियोगिता में देश के 33 राज्यों एवं संस्थाओं की टीमें हिस्सा ले रही है। प्रतियोगिता में आंध्रप्रदेश, बिहार, चण्डीगढ़, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू एण्ड कश्मीर, झारखण्ड, कर्नाटक, केरल, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, मिजोरम, उड़िसा, पुडुचेरी, पंजाब, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तरप्रदेश, उत्तराखण्ड, पश्चिम बंगाल राज्यों के साथ सीबीएसई डब्ल्यूएसओ, सीबीएसई, सीआईएससीई, डीसीएमसी, आईटीजीएस र्स्पोट्स आर्गनाजेशन, आईपीएससी, केन्द्रीय विद्यालय संगठन, नवोदय विद्यालय समिति, विद्याभारती के अलावा मेजबान छत्तीसगढ़ की टीम ने भाग लिया है। प्रतियोगिता में बॉस्केटबॉल 14 वर्ष में 336 बालक, 17 वर्ष में 383 बालक एवं 14 वर्ष में 345 बालिकाओं सहित कुल 1064 प्रतिभागी शामिल। इस अवसर पर एसडीएम खेमलाल वर्मा, सहायक संचालक शिक्षा श्रीमती संगीता राव, प्रभारी जिला क्रीड़ा अधिकारी देवेन्द्र सिंह ठाकुर, समाजसेवी राजेन्द्र गोलछा सहित विभिन्न राज्यों से आए कोच एवं बड़ी संख्या में खिलाड़ी उपस्थित थे।
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